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उपचुनाव की राजनीति में उमा भारती को महत्व शिवराज बोले-संबल पंच-ज से जुड़ा आत्म निर्भर ग्राफ बनाएंगी उमा

उपचुनाव की राजनीति में उमा भारती को महत्व

शिवराज बोले-संबल पंच-ज से जुड़ा

आत्म निर्भर ग्राफ बनाएंगी उमा

भोपाल

मुख्यमंत्री पद छोड़ने के 15 साल बाद उमा भारती के पंच-ज अभियान को आत्मसात करने का ऐलान भाजपा की शिवराज सरकार ने किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज चम्बल संभाग की चुनावी सभाओं में जनता के बीच कहा कि आत्मनिर्भर भारत के साथ हमारा संकल्प है कि हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनायेंगे। हमारी संबल योजना पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के पंच-ज कार्यक्रम पर आधारित है और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का ग्राफ भी उमा भारती तैयार करेंगी। उसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्वीकृत कराकर आने वाले साढ़े तीन सालों में मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

पूर्व सीएम उमा भारती ने इसी सभा में कहा कि विकास के काम में कोई कसर बाकी नहीं रखना सीएम शिवराज का स्वभाव है। इसलिए प्रदेश को आत्मनिर्भर और मॉडल स्टेट बनाने के लिए आप आने वाले चुनाव में शिवराज को आशीर्वाद दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की उस सरकार की कुंडली में अकाल मृत्यु योग था और यह लगने लगा था कि यह सरकार ज्यादा दिन चल नहीं पाएगी। 

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार से हर कोई त्रस्त था, लेकिन उस सरकार को गिराने में हमारी कोई भूमिका नहीं रही। उन्होंने कहा कि निर्वाचित सरकारों को गिराना कांग्रेस की संस्कृति रही है। 6 दिसंबर को अयोध्या की घटना के बाद कांग्रेस की सरकार ने हमारी सभी राज्य सरकारों को भंग कर दिया, जबकि सरकार का कोई पदाधिकारी कारसेवा में शामिल नहीं हुआ था। उससे पहले 1980 में जब इंदिरा दोबारा प्रधानमंत्री बनीं, तो उन्होंने विपक्षी दलों की सरकारों को एक-एक करके भंग कर दिया। 

सीएम चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री उमा आज अशोकनगर के मुंगावली विधानसभा में लोकार्पण और शिलान्यास की सौगात देने के लिए पहुंचे थे। बताया जाता है कि उमा भारती को खासतौर पर यहां के जनप्रतिनिधियों की डिमांड पर चुनावी सभा के लिए बुलाया गया है। इसके बाद यह तय हो गया है कि वे इस इलाके में उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के बाद भी चुनावी सभाएं संबोधित करने पहुंचेंगी। इसके पीछे जो राजनीतिक कारण सामने आए हैं वह विधानसभा क्षेत्र में लोधी समाज के बाहुल्य को लेकर है। यहां करीब 27 हजार लोधी वोट हैं और कांग्रेस ने संभावित प्रत्याशी के तौर पर कन्हईराम लोधी का नाम तय कर रखा है। इसे देखते हुए भाजपा ने लोधी वोट बैंक साधने पूर्व सीएम भारती की चुनावी सभा कराई है। सीएम चौहान का मुंगावली के बाद मेहगांव विधानसभा के अमायन में भी चुनावी सभा का कार्यक्रम है। 

यहां भी लोधी बाहुल्य वोटर ज्यादा -
जिन अन्य विधानसभा सीट पर लोधाी बाहुल्य मतदाताओं की संख्या अधिक बताई जा रही है उसमें बमोरी, गुना, अशोकनगर और भिंड जिले के विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा बड़ा मलहरा भी लोधी बाहुल्य सीट है। इसलिए आने वाले उपचुनाव में कई विधानसभा सीट पर भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की चुनावी सभाएं कराने वाली है। पार्टी ने तय किया है कि हर कार्यकर्ता, नेता का चुनाव में पूरा उपयोग किया जाएगा। 


 ◆ 2013 में साझा हुआ था गैर चुनावी मंच


होशंगाबाद में हुए तीसरे अंतरराष्ट्रीय नदी उत्सव के अवसर पर 9 फरवरी 2013 को दोनों ही नेता एक मंच पर पहुंचे थे लेकिन यह राजनीतिक मंच नहीं था। नर्मदा और तवा नदियों के संगम पर बांद्राभान में आयोजित कार्यक्रम में उमा भारती और शिवराज चौहान एक साथ मंच पर आए थे। इन दोनों नेताओं को एक मंच पर लाने का श्रेय गंगा समग्र अभियान के संयोजक और राज्यसभा सांसद दिवंगत अनिल माधव दवे को जाता है। बताया जाता है कि इस उत्सव में उमा भारती और चौहान दोनों को शामिल होना था, लेकिन वे अलग-अलग दिन यहां आने वाले थे। उमा का कार्यक्रम एक दिन पहले था लेकिन दवे के अनुरोध पर चौहान उमा भारती के दिन वाले कार्यक्रम में शामिल होने पर सहमत हो गए थे। बाद में 2018 में केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान स्वच्छता संबंधी सरकारी कार्यक्रम में उमा भारती व शिवराज साथ आए थे।

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