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भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने नेमावर में किए आचार्यश्री विद्यासागरजी के दर्शन

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने नेमावर में किए आचार्यश्री विद्यासागरजी के दर्शन


नेमावर/हरदा
- भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर में जैनाचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के दर्शन किये। झा ने आचार्यश्री से देशहित, मानव सेवा, जल संरक्षण नदी संरक्षण पर्यावरण आदि प्रमुख विषयों पर लंबी चर्चा की। 

जैन समाज के प्रवक्ता नरेंद्र चौधरी व पुनीत जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी अवसर पर आशीर्वचन स्वरूप आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज ने कहा कि देश एवं राजनेताओं को अपने प्राचीन भारतीय इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। आचार्यश्री जी ने कहा कि भारत को विदेशी बीजों एवं वृक्षों पर आश्रित न होते हुए अपने देसी बीजों के माध्यम से कृषि में सुधार लाना चाहिए। किसी भी प्रकार के कच्चे माल को देश से बाहर नही बेचना चाहिए। पर्यावरण एवं वृक्षारोपण पर विचार प्रकट करते हुए आचार्यश्री जी ने कहा कि हमे छायादार एवं फलदार वृक्षों को ही लगाना चाहिए, क्योंकि उनके आश्रय से पशु-पक्षी भी अपना जीवन यापन करते हैं। विदेशी वृक्षों में न तो छाया है, न फल है और नही फूल है और सुगंध भी नही है, वो तो मात्र शो पीस है। छायादार फलदार वृक्षों से धरती की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है और पर्यावरण चक्र भी स्वस्थ रहता है। 

हरदा जैन समाज के ट्रस्टी राजीव रविन्द्र जैन एवं सक्रिय युवा कार्यकर्ता आलोक जैन हरदा ने बताया कि आचार्यश्री ने नदियों पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि सड़क मार्ग पर बार-बार मरम्मत में अत्यधिक धन व्यय होता है, इसलिए नदियों के माध्यम से जलमार्ग विकसित करने के विषय में शासन को सोचना चाहिए। आचार्यश्री ने देशहित व जनहित के विषय मे गहरे चिंतन प्रकट किए। अंत में पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा कि नेमावर में ही पुनः दूसरी बार पूज्य गुरुवर के दर्शनों का लाभ मिला है, गुरुदेव धरती के भगवान हैं। हम सब का सौभाग्य है कि इनका सानिध्य और मार्गदर्शन हमें मिल रहा है। 

इसी अवसर पर जैन समाज ट्रस्ट नेमावर के पदाधिकारियों महेंद्र अजमेरा, राजीव कटनेरा ने आचार्य श्री विद्यासागर जी द्वारा रचित महाकाव्य मूक माटी की कृति एवं जैन शास्त्र भेंट कर स्वागत सम्मान किया। इसके बाद प्रभात झा, विधायक आशीष शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष संजय मैक्स, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश काला के साथ नर्मदा तट पर निर्माणाधीन भव्य पंच बालयती, त्रिकाल चौबीसी, सहस्त्रकूट जिनालय और संत निवास का अवलोकन करने पहुंचे और पत्थरों से बन रहे इन विशाल मंदिरों के बारीक और कुशल कारीगरी तथा सुंदरता की तारीफ़ की।

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