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विश्व आदिवासी दिवस पर सियासत, कांग्रेस ने किया वाक आउट, भाजपा ने घटिया राजनीति कहा... जनजातीय गौरव दिवस

विश्व आदिवासी दिवस पर सियासत, कांग्रेस ने किया वाक आउट, भाजपा ने घटिया राजनीति कहा...

जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनेगी बिरसा मुंडा जयंती : मुख्यमंत्री

लोकमतचक्र.कॉम।

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासी दिवस पर अवकाश की कांग्रेस की मांग पर कहा कि आज ऐच्छिक अवकाश है। बिरसा मुंडा आदिवासियों के नेता हैं। हम उनकी जयंती समारोह भी मनाएंगे और उस दिन अवकाश भी घोषित करेंगे। उन्होंने कांग्रेस के शोर शराबे के बीच जिन हस्तियों और नेताओं के निधन हुए हैं, उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए छग के नक्सली हमले में मृत लोगों, कोरोना से मृत, बाढ़ से जान गंवाने वाले, नेमावर में जान गंवाने वाले और 29 अन्य को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष द्वारा आदिवासी दिवस की छुट्टी को समाप्त करने पर छुट्टी को श्रद्धांजलि दिए जाने पर कहा कि शर्म आनी चाहिए, कांग्रेस के लोग घटिया राजनीति कर रहे हैं।

विधानसभा में सत्र के पहले दिन हंगामे के बीच सदन में सीएम चौहान ने कहा कि भाजपा की सरकार ने हमेशा ही एससी, एसटी वर्ग के लिए काम किया है। सरकार की योजनाओं का लाभ इन वर्गों का मिलता है। इस बीच कांग्रेस के सदस्य हंगामा करते रहे। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कहा कि दिवस कभी खत्म नहीं होता है। यह गलत परम्परा शुरू की जा रही है। इस दौरान अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य इस पर सत्र के आगामी दिनों में भी चर्चा कर सकते थे। आज श्रद्धांजलि के दौरान यह करना ठीक नहीं है। नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने इस बीच अध्यक्ष की ओर मुखातिब होकर कहा कि कल आपने जिस पुस्तक का विमोचन कराया है, उसमें देख लीजिए कि कितने असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। सदन में हंगामे के बीच अध्यक्ष ने असंसदीय शब्दों को विलोपित करने के लिए भी कहा।

जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनेगी बिरसा मुंडा जयंती

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन स्थगित होने के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि 15 नवम्बर को बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस समारोह पूर्वक मनाएगी। इस दिन अवकाश घोषित रहेगा। आज सदन में कांग्रेस ने जो किया उसकी और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बयान की वे निंदा करते हैं। भाजपा ने आदिवासियों के हित में हमेशा काम किए हैं। कभी कमी नहीं होने दी। कांग्रेस को घड़ियाली आंसू नहीं बहाना चाहिए।  

आदिवासी दिवस को बनाया अपमान दिवस

इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासियों का अपमान राज्य सरकार ने किया है। हमने अपनी सरकार में विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश दिया था, शिवराज सरकार ने उस अवकाश पर रोक लगाई। यह आदिवासी विरोधी बीजेपी सरकार है। आदिवासी कोई ठेका और कमीशन के लिए भूखा नहीं है, आदिवासी तो सिर्फ़ सम्मान के लिए भूखा है। आदिवासी दिवस पर हमारी सरकार ने छुट्टी घोषित की थी और हर ब्लॉक में इस दिवस को मनाने के लिये पैसा भी भेजा था ताकि आदिवासी वर्ग अपना त्यौहार धूमधाम से मना सके।
आज विश्व आदिवासी दिवस है, यह सिर्फ़ मध्यप्रदेश का आदिवासी दिवस नहीं है ? भाजपा सरकार ने तो इसे अब आदिवासी अपमान दिवस बना दिया है। बहुत बड़ा अपमान आज आदिवासी समाज का हुआ है। हमें इस बात का बड़ा दुख है। सवा दो करोड़ आदिवासी वर्ग की बात है अगर छुट्टी कर देते तो क्या फर्क पड़ता ? इसके पहले सदन में हंगामे और शोर शराबे के बीच अवकाश की मांग को लेकर कांग्रेस ने सदन से वाक आउट भी किया। सदन शुरू होते ही कांग्रेस ने आज गर्भगृह में जाकर हंगामा किया और आदिवासियों के बहाने सरकार को घेरने की कोशिश की। विधानसभा भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के समक्ष कुछ विधायक धरने पर भी बैठे। 

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