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नायब तहसीलदार पर पटवारी ने लगाए गंभीर आरोप

नायब तहसीलदार पर पटवारी ने लगाए गंभीर आरोप, प्रति प्रकरण 3 हजार रुपए मांगते हैं नायब साहब...।

कारण बताओ नोटिस के जवाब में पटवारी के जवाब से मची खलबली

लोकमतचक्र.कॉम।

जबलपुर। एसडीएम के कारण बताओ नोटिस के जवाब में पटवारी द्वारा नायब तहसीलदार के द्वारा प्रति प्रकरण ₹3000 की मांग किए जाने के गंभीर आरोप लगाते हुए जवाब देने से प्रशासनिक अमले में हलचल मच गई है। चूंकि आरोप नायब तहसीलदार पर पटवारी ने लगायें है तो पूरा प्रशासनिक अमला मामला दबाने में जुट गया है। हालांकि प्राप्त जानकारी के मुताबिक पटवारी ने मय प्रमाण के तारीख वार अपना जबाव दिया है।


मामला यह है कि जबलपुर जिले की तहसील सिहोरा का है । तहसील सिहोरा के हल्का नम्बर 52 में पदस्थ पटवारी कृष्ण कुमार दाहिया ने एसडीएम आशीष पांडे को कारण बताओ नोटिस के जवाब में नायब तहसीलदार मझगवां राहुल मेश्राम को जो कुछ लिखा उससे प्रशासनिक गलियारों में ही खलबली मच गई। पटवारी ने जवाब में लिखा कि प्रति प्रकरण तीन हजार रुपए मांगे जाते हैं, भूमि और खनन माफिया को मदद करने दबाव, सीमांकन का अधिकार पटवारी को नहीं होने के बाद भी सीमांकन कर फर्जी रिपोर्ट पेश करने दबाव बनाने जैसे संगीन आरोप लगा कर पटवारी ने सनसनी मचा दी है।

मामला चूंकि नायब तहसीलदार पल लगाए गए आरोप और जांच में सामने आए अन्य विषयों से जुड़ा है, जिस पर दिए गए स्पष्टीकरण के कारणसमूची तहसील में हड़कम्प मच गया है। पटवारी दाहिया ने अपने जवाब में स्पष्ट कर दिया है कि उनके द्वारा कभी नाफरमानी नहीं की गई । सिर्फ 10 अगस्त से 24 सितम्बर तक मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर हड़ताल के दौरान वे कार्य कर सकने में असमर्थ रहे। किराए का मकान लेकर मुख्यालय में नौकरी का दावा कर रहे पटवारी दाहिया ने नोटिस के जवाब में सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है। नतीजतन उसके जवाब को दबाने में पूरा महकमा सक्रिय हो गया है। दाहिया ने दिए गए जवाब के सम्बंध में मय प्रमाण और तारीखों तथा शासकीय लिखा-पढ़ी में आए रिकॉर्ड का हवाला देकर अपनी बात रखी है इसलिए ज्यादा खलबली मच गई है।

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