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पटवारी अंकित वधावन की मौत के मामले में नपे तहसीलदार सत्यनारायण सोनी, कलेक्टर ने किया लाइन अटैच

पटवारी अंकित वधावन की मौत के मामले में नपे तहसीलदार सत्यनारायण सोनी, कलेक्टर ने किया लाइन अटैच

पटवारी FIR पर अड़े, आंदोलन का बनाया मानस

लोकमतचक्र डॉट कॉम।

भोपाल/विदिशा : गत दो दिनों से जारी विभिन्न कर्मचारी संगठनो सहित म.प्र. पटवारी संघ की दबाव की रणनीति का असर हुआ है, विदिशा कलेक्टर ने पटवारी अंकित वधावन की तहसील कार्यालय नटेरन से लौटते समय पेट्रोल के टैंकर से टकराने के बाद हुई मौत के मामले में तहसीलदार सत्यनारायण सोनी को जिला कार्यालय में अटैच कर दिया है। इसी बीच पूरे प्रदेश में पटवारी अब एफआईआर को लेकर आरपार के मूड में नजर आ रहे हैं। वहीं प्रशासन भी इस मामले में संवेदनशीलता बररते हुए,नपे तुले अंदाज में कदम उठा रहा है। एक ओर जहाँ करारिया थाना प्रभारी द्वारा टैंकर चालक पर कार्यवाही करते हुए, टैंकर जप्त कर चालक को गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं कलेक्टर ने तहसीलदार को अटैच कर दिया है। लेकिन पटवारी संघ, तहसीलदार पर एफआईआर को लेकर अड़ा हुआ है, वहीं कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने सभी तहसीलदारों व एसडीएम को पटवारी को काम पर लौटने के लिए बात करने को कहा है।

वहीं आज विदिशा स्थित गुरुद्वारा में पटवारी अंकित वधावन की आत्मा की शांति के लिए पगड़ी रस्म की गई, जिसमे कई पटवारी शामिल हुए, तो दूसरी ओर 29 जिलों में पटवारी को न्याय दिलाने के ज्ञापन व श्रद्धांजलि कार्यक्रम, केंडिल मार्च के साथ शासकीय कार्यों का बहिष्कार कर, पटवारी को न्याय दिलाने का संकल्प लिया गया।

राज्य कर्मचारी संघ ने भी पटवारी की विधवा पत्नी को नटेरन से विदिशा स्थांनातरण व पीड़ित परिवार को 1करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग करते हुए,  तहसीलदार पर कार्यवाही का पत्र लिखा है। साथ ही लोगों के बीच एक चर्चा जरूर जोर पकड़ रही है कि यदि तहसीलदार सोनी दोषी नहीं है तो पीड़ित परिवार से मिलने अभी तक क्यों नहीं पहुंचे, जबकि जिले के कई आलाअधिकारी पटवारी के परिवार व संघ के पदाधिकारियों से निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं। साथ ही तहसीलदार को जिला मुख्यालय अटैच करना, भी सवाल खड़े करता है।




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