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नौकरी, इंश्योरेंस पॉलिसी में नॉमिनी बनाने से इंकार किया, तो अपनी SDM पत्नी को मार डाला

नौकरी, इंश्योरेंस पॉलिसी में नॉमिनी बनाने से इंकार किया, तो अपनी SDM पत्नी को मार डाला


पति ने ही की SDM पत्नी की हत्या, 24 घंटे में पुलिस ने मामले को सुलझाया. आरोपी पति गिरफ्तार हुआ है. नौकरी, इंश्योरेंस पॉलिसी और बैंक रिकॉर्ड्स में पत्नी ने नॉमिनी बनाने से इनकार किया था, तो खुंदक में कर दी थी हत्या।


लोकमतचक्र डॉट कॉम।  
भोपाल। मैट्रिमोनियल वेबसाइट से हुए परिचय प्रेम की परिणति एसडीएम को अपनी जान देकर हुई। डिंडौरी के शहपुरा की एसडीएम निशा नापित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। उनकी मौत सामान्य नहीं थी, बल्कि उनके पति मनीष शर्मा ने ही तकिए से गला दबाकर उनकी हत्या की थी। पुलिस ने इस संबंध में सबूतों के साथ मामले का खुलासा किया है।
रविवार को करीब चार बजे शहपुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मनीष शर्मा ही निशा नापित को लेकर गया था। वहां डॉ. रत्नेश द्विवेदी ने उनकी जांच की तो बताया कि निशा की मौत पहले ही हो चुकी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मौत के कारणों की पुष्टि पोस्टमॉर्टम के बाद ही हो सकेगी। सोमवार को पोस्टमॉर्टम हुआ तो उसमें पता चला कि निशा नापित की हत्या हुई है। पुलिस का कहना है कि ग्वालियर निवासी 45 वर्षीय मनीष शर्मा से निशा का परिचय मैट्रिमोनियल वेबसाइट मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुआ था। दोनों की शादी तीन अक्तूबर 2020 को हुई थी।

दोनों ने मंडला के गायत्री मंदिर में शादी की थी। निशा और मनीष के बीच कई बातों को लेकर विवाद हो रहा था। मनीष चाहता था कि निशा अपने सर्विस रिकॉर्ड समेत अन्य जगहों पर नॉमिनी के तौर पर उसका नाम दर्ज करें। निशा इस बात को लेकर राजी नहीं थी। इसी बात को लेकर रविवार को भी दोनों में विवाद हुआ था और मनीष ने निशा की हत्या कर दी थी। 

देर रात अंबिकापुर से निशा की बहन नीलिमा और परिजन डिंडौरी पहुंचे। सुबह से ही बंगले में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल और एफएसएल की टीम ने जांच की। सोमवार सुबह क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश धुर्वे अपने समर्थकों के साथ एसडीएम के परिजनों से मिलने पहुंचे। बंगले में अपर कलेक्टर सरोधन सिंह,डिंडोरी एसडीएम रामबाबू देवांगन भी मौजूद थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर विकास मिश्रा भी मौके पर पहुंचे थे।  

साक्ष्य छिपाने के लिए कपड़ों को धोया था
पुलिस ने घटनास्थल के निरीक्षण, गवाहों के बयान, पीएम रिपोर्ट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर दावा किया कि मनीष शर्मा ने रविवार को एसडीएम निशा नापित के मुंह-नाक पर तकिया रखकर दबाया। इससे ही दम घुटने से उनकी मौत हो गई। साक्ष्य को छिपाने के लिए मनीष ने खून से सने कपड़ों को वॉशिंग मशीन में धोया और उन्हें अन्य कपड़ों के साथ धोकर प्रांगण में सुखा दिया है।  

गुर्दा खराब होने की बात कहकर बात को घुमाया
एसडीएम के पति मनीष शर्मा ने रविवार को कहा था कि निशा का एक गुर्दा खराब था। ठंड के समय खांसी आती थी। शनिवार को उनका व्रत था। उन्होंने दो अमरूद खाए। मैंने मना भी किया। रात में उन्हें उल्टी हुई। दवा दी थी। सुबह वह सो रही थी। रविवार को कोई काम रहता नहीं इसलिए जगाया नहीं। दस बजे काम वाली बाई आई तो मैं घूमने चला गया। दोपहर दो बजे बंगले आकर मैंने पूछा तो पता चला कि मैडम नहीं उठी है। मैं कमरे में गया तो वहां वह बेसुध थी। मैंने सीपीआर देने की कोशिश की। फिर ड्राइवर को फोन लगाया। फिर हम लोग उन्हें अस्पताल ले गए।

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