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खिरकिया जनपद पंचायत उपाध्यक्ष किसान नेता सुदीप पटेल बलवे के आरोप से बरी

खिरकिया जनपद पंचायत उपाध्यक्ष किसान नेता  सुदीप पटेल बलवे के आरोप से बरी

छह साल पहले हुई हिंसा को लेकर ज्ञापन सौपने जाते समय पुलिस ने दर्ज किया था मामला...।

हरदा। किसान नेता एवं खिरकिया जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष सुदीप पटेल को बलवे के आरोप से आखिरकार छह साल बाद कोर्ट से राहत मिल गई। कोर्ट ने लंबी चली सुनवाई के बाद नामजद किए गए सभी आरोपियों को दोषमुक्त कर बरी कर दिया है।

यह मामला वर्ष 2014 का है, खिरकिया के समीप ग्राम छीपाबड़ में गाय काटने की कथित घटना के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। पुलिस ने हिंसा भड़काने और हत्या के प्रयास सहित विभिन्न धाराओं में अलग अलग 13 केस दर्ज किए थे। हिंसा को लेकर किसान नेता सुदीप पटेल डूडी सहित 45 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं पर उस वक्त प्रकरण दर्ज किया गया जब वह हिंसा की घटना को लेकर ज्ञापन देने जा रहे थे। 

पुलिस ने उनपर बलवा सहित शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अनेक गंभीर आरोप लगाए। सुदीप पटेल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रकाश चन्द्र टांक सहित अन्य अधिवक्ताओं की पैनल पैरवी कर रही थी। कोर्ट ने आज मामले में फैसला सुनाते हुए सुदीप पटेल सहित सभी आरोपियों को दोषमुक्त मानते हुए बरी कर दिया। कोर्ट का फैसला आते ही भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित हो गये, सुदीप पटेल ने साफा बांधकर अधिवक्ता प्रकाश चन्द्र टांक का स्वागत किया।

सुदीप पटेल कृषि मंत्री कमल पटेल के पुत्र हैं और वर्तमान में खिरकिया जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष हैं। सुदीप पटेल ने इस फैसले पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि सच की जीत हुई है, उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था। सुदीप पटेल पर मामला दर्ज होने के बाद विपक्षी दलों ने पूरे परिवार पर निशाना साधना शुरू कर दिया था लेकिन छह साल बाद आखिरकार कोर्ट ने उन्हें निर्दोष मानते हुए बरी कर दिया।

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