हरदा जिले के जंगलों में आतंक मचा रहे बाघ को रेस्क्यू कर पकड़ा वन विभाग की टीम ने
हरदा जिले के जंगलों में आतंक मचा रहे बाघ को रेस्क्यू कर पकड़ा वन विभाग की टीम ने
घायल है बाघ, पकड़ने के लिए किया हाथियों का इस्तेमाल
हरदा - विगत 1 सप्ताह से हरदा जिले के रहटगांव वन परिक्षेत्र के जंगलों में आतंक मचा रहे बाघ को सतपुड़ा रिजर्व फॉरेस्ट वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर 2 दिनों की मशक्कत के बाद पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। आतंक मचा रहे बाघ के नर/मादा होने की पुष्टि भी हो गई है। बाघ नर है, अभी तक हमले का शिकार हुए चरवाहे के द्वारा अपने शावकों के साथ बाघ के घूमने की बात बताई गई थी जिस पर उसे बाघिन समझा जा रहा था। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पकड़ाई बाघ के घायल होने की पुष्टि भी हुई है बाघ के सिर और पैर में चोट के निशान पाए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार केलगिरी के जंगलों में सतपुड़ा रिजर्व फॉरेस्ट वन विभाग की टीम के द्वारा 2 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा था जिसके चलते हाथियों की मदद से आज टीम के सदस्य बाघ के समीप पहुंचने में कामयाब हुए। बाघ 25 फीट गहरे गड्ढे में बैठा हुआ था जो कि वन विभाग की
केलझीरी बीट के कक्ष क्रमांक 189 में आता है। बाघ को डॉट गन से बेहोश कर जाल फैलाकर पकड़ लिया गया। वन विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए बाघ का वजन 160 किलो बताया गया है। बाघ के पकड़े जाने की खबर मिलने पर ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को धन्यवाद देते हुए राहत की सांस ली।
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