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जिले में किसानों के लिये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं उर्वरक : उपसंचालक कृषि

जिले में किसानों के लिये पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं उर्वरक : उपसंचालक कृषि



लोकमतचक्र.कॉम।

हरदा / उपसंचालक कृषि श्री एम.पी.एस. चन्द्रावत ने बताया कि अक्टूबर माह में रबी मौसम प्रांरभ हो जाता है। रबी मौसम में जिले में मुख्यतः चना एवं गेहॅू तथा सरसो फसल कृषको द्वारा बोई जा रही है साथ ही मसूर एवं अलसी की फसल भी ली जाती है। बोनी के समय मुख्य रूप से नाईट्रोजन, सल्फर एवं पोटाश तत्वो की आवश्यकता होती है साथ ही एक वर्ष के अंतराल से जिंक सल्फेट 25 किलोग्राम प्रति हेक्टयर या मृदा परीक्षण की अनुशंसा अनुसार के मान से बुआई के समय देना अनुशंसित है। वर्तमान में जिले में अक्टूबर माह में 8917 मे.टन डी0ए0पी0 उर्वरक उपलब्ध हो चुका है एवं अक्टूबर माह में आपेक्षित डी0ए0पी0 उर्वरक की रैक आज हरदा रैक पाईंट पर प्राप्त हुई है, जिससे 2100 मे.टन डी0ए0पी0 उर्वरक हरदा जिले के डबल लॉक एवं निजी विक्रय संस्थान को दिया जा रहा है। इस प्रकार जिले में 11017 मे.टन डी0ए0पी0 उर्वरक की उपलब्धता अक्टूबर माह में ही हो चूकी है। इसके अतिरिक्त 20 जुलाई 2021 से 30 सितम्बर 2021 तक  12987 मे.टन डी0ए0पी0 उर्वरक जिले को प्राप्त हुआ है, जो कि रबी फसल की बोनी के लिए कृषको द्वारा क्रय किया गया। इस प्रकार जिले में अद्यतन स्थिति तक रबी मौसम हेतु 20800 मे.टन लक्ष्य के विरूद्ध 24004 मे.टन डी0ए0पी0 उर्वरक रबी मौसम हेतु उपलब्ध हुआ है।

उपसंचालक कृषि श्री एम.पी.एस. चन्द्रावत ने बताया कि अक्टूबर माह में 1111 मे.टन एन.पी.के. कॉम्प्लेक्स का वितरण हुआ है। खंडवा रैक पाईंट से 700 मे.टन. एन.पी.के. 12ः32ः16 डबल लॉक हेतु जिले में उपलब्ध हो रहा है तथा 200 मे.टन निजी विक्रेताओ को उपलब्ध हो रहा है। नत्रजन तत्व का प्रमुख स्त्रोत यूरिया उर्वरक अक्टूबर माह में 8531 मे.टन उपलब्ध हो चूका है तथा 20 जुलाई 2021 से 30 सितम्बर 2021 तक 9300 मे.टन यूरिया उर्वरक जिले को प्राप्त हुआ है, जो कि रबी मौसम के लिए कृषको द्वारा क्रय किया गया। इस प्रकार रबी मौसम हेतु 39000 मे.टन लक्ष्य के विरूद्ध 17831 मे.टन यूरिया उर्वरक उपलब्ध हुआ है, जबकि अभी रबी मौसम की शुरूआत ही हुई है और लक्ष्य का 45 प्रतिशत यूरिया उपलब्ध हो चुका है, इसके साथ ही नैनो यूरिया जिसमें नाइट्रोजन पार्टिकल स्वरूप में उपलब्ध है, कि 12000 बोतल उपलब्ध है जो कि 12000 एकड़ के लिए पर्याप्त है। नवम्बर माह में रैक प्लान के अनुसार यूरिया उर्वरक की रैक प्रस्तावित है। इस प्रकार जिले में यूरिया का प्रवाह निरंतर बना रहेगा।  अतः किसान भाईयो से अनुरोध है जिले में रबी फसल की बोनी हेतु पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है तथा फॉस्फोरस पोषक तत्व की प्रतिपूर्ति के लिए डी0ए0पी0 के साथ-साथ एन.पी.के. कॉम्प्लेक्स एवं सिंगल सुपर फॉस्फेट जिसकी लगभग 4500 मे.टन मात्रा जिले में उपलब्ध है, का भी चयन करें।

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