Breaking News

मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग की सीधी भर्ती की परीक्षा में मनमानी आय समान पर OBC की एग्जाम फीस आधी, EWS से पूरी वसूली

मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग की सीधी भर्ती की परीक्षा में मनमानी

आय समान पर OBC की एग्जाम फीस आधी, EWS से पूरी वसूली

भोपाल - राज्य सरकार प्रदेश भर में सरकारी नौकरी में भर्ती के लिए पीएससी को एजेंसी बना चुकी है पर मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग का इन भर्ती परीक्षाओं के आयोजन में में दोहरा मापदंड सामने आया है। ताजा मामला आयुष विभाग द्वारा की जाने वाली भर्ती के लिए ली जाने वाली परीक्षा में सामने आया है जिसमें ओबीसी और ईडब्ल्यूएस की आय सीमा एक होने के बाद भी ओबीसी को परीक्षा शुल्क में पचास फीसदी की रियायत दी गई है जबकि ईडब्ल्यूएस से सामान्य कैटेगरी के लिए तय फीस वसूली जा रही है। 

पीएससी द्वारा भर्ती के लिए निकाले गए विज्ञापन में जो शुल्क तय किया गया है उसके मुताबिक मध्यप्रदेश के मूुल निवासी, अजा, अजजा और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 250 रुपए का शुल्क अभ्यर्थियों से वसूलने का फैसला किया गया है। इसके अलावा बाकी सभी कैटेगरी को 500 रुपए शुल्क चुकाना होगा। इसमें ईडब्ल्यूएस (इकोनामिकली वीकर सेक्शन) शामिल है। इसमें तय शुल्क के अलावा 40 रुपए जीएसटी पोर्टल शुल्क भी वसूला जाएगा। 

आयुष विभाग में विभिन्न विषयों के व्याख्याता के रिक्त पदों के लिए 25 सितम्बर को प्रकाशित किए गए विज्ञापन में सात नवम्बर तक पीएससी ने अन्य सभी वर्गों के साथ ईडब्ल्यूएस के लिए भी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया है लेकिन परीक्षा शुल्क के मामले में ईडब्ल्यूएस को यह राहत नहीं दी गई है। इस पूरे मामले में जो खास बात सामने आई है कि ओबीसी और ईडब्ल्यूएस दोनों को ही वार्षिक आमदनी आठ लाख रुपए तय है लेकिन परीक्षा शुल्क के मामले में एक वर्ग को पचास फीसदी शुल्क चुकाना होगा जबकि दूसरे को सौ फीसदी फीस देना होगी। पीएससी के इस दोहरे मापदंड से ईडब्ल्यूएस श्रेणी के आवेदकों में रोष है और इस तरह की विसंगति दूर करने की मांग भी की जा रही है ताकि आरक्षण के दोहरे मापदंड से राहत मिल सके। 

पीईबी भी वसूल रहा पूरी फीस- 

इस मामले में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा ली जाने वाली परीक्षा में भी दोहरा मापदंड अपनाए जाने की बात सामने आई है। समूह पांच के अंतर्गत लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट ग्रेड 2, स्टार्फ नर्स, स्टीवर्ड व अन्य पदों के लिए आयोजित की जाने वाली संयुक्त भर्ती परीक्षा के लिए भी एससी, एसटी, ओबीसी से 250 रुपए वसूले जा रहे हैं जबकि ईडब्ल्यूएस और सामान्य कैटेगरी के लिए 500 रुपए फीस रखी गई है। इसके लिए निकाले गए विज्ञापन में 10 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक आवेदन भरे जाएंगे। 

यूपी में नहीं लगती इतनी परीक्षा फीस -

भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश में इसके विपरीत स्थिति है। यहां ईडब्ल्यूएस के लिए लगने वाली फीस सामान्य कैटेगरी से कम की गई है। सूत्रों के अनुसार टीजीटी व पीजीटी के पदों के लिए वहां विज्ञापन बुलाकर पहली बार ईडब्ल्यूएस को आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। ईडब्ल्यूएस से यहां टीजीटी में 400 व पीजीटी में 600 रुपए परीक्षा फीस ली जा रही है जबकि सामान्य और ओबीसी को इन दोनों पदों के लिए 700 रुपए देना पड़ा है। यहां एससी से 600 व एसटी से 200 रुपए परीक्षा फीस वसूली जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं