कृषकों हेतु गेंहू फसल में समसमायिक सलाह कृषि वैज्ञानिकों ने दी
कृषकों हेतु गेंहू फसल में समसमायिक सलाह कृषि वैज्ञानिकों ने दी
हरदा - कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र हरदा के संयुक्त दल द्वारा जिले के विकासखंड खिरकिया के रामपुरा, सिराली, महेन्द्रगांव, विक्रमपुर, पिपल्या, खुदिया आदि ग्रामों का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान गेंहू फसल में माहू, हेड ब्लाइट एवं इल्ली का प्रकोप देखा गया। निरीक्षण के दौरान कृषक बंधुओं से चर्चानुसार जिन कृषकों ने समय से पहले बुआई की साथ ही उचित बीज दर का उपयोग नहीं किया एवं गभोट की अवस्था पर स्प्रिंकलर द्वारा सिंचाई की गई ऐसे खेतों में हेड ब्लाइट को प्रयोग देखा गया।
कृषकों को संयुक्त दल द्वारा सलाह दी गई कि समय पर बुआई करे बीजोपचार करके ही बुआई करे। उचित बीज दर को अपनाए एवं गभोट की अवस्था पर स्प्रिकंलर द्वारा सिंचाई न करें। गेंहू फसल में हेड ब्लाइट (शीर्ष झुलसा) रोग के लक्षण दिखाई देने पर प्रोपिकोनेजोल अथवा टेबुकोनोजोल 250 मि.ली. प्रति एकड़ दवा को हाथ पंप से 200-250 ली. पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी गई। गेंहू फसल के ऊपरी भाग (तना व पत्तों) पर गेंहू की इल्ली तथा माहू का प्रकोप दिखाई देने पर इमिडाक्लोप्रिड 100 मि.ली. प्रति एकड़ की दर से पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें, साथ ही साथ कृषकों को फफूदनाशक, कीटनाशक एवं अन्य किसी रसायन को आपस में न मिलाकर छिड़काव करने की सलाह दी गई।
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