Breaking News

मोबाइल पर गेम खेलने से शरीर नहीं बनता, बच्चों को खेलकूद का समय भी दें माता पिता : मुख्यमंत्री

मोबाइल पर गेम खेलने से शरीर नहीं बनता, बच्चों को खेलकूद का समय भी दें माता पिता : मुख्यमंत्री

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पढ़ाई के साथ खेलकूद, व्यायाम और योग शरीर को मजबूती देता है। माता-पिता को अपने बच्चों को खेलकूद का समय भी देना चाहिए। स्मार्टफोन पर खेलने से शरीर नहीं बनता। हमें इसके साथ ही खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने निवास में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्यप्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों से संवाद किया। सीएम चौहान ने कहा कि हम एकाग्र होकर पढ़ेंगे तो चीजें हमारे दिमाग में बैठेंगी। जैसा कहें, वैसा करना अपने चरित्र को गढ़ता है। जीवन में नियमितता हो। गलत संगति से बचना भी ज़रूरी है। माता-पिता और गुरुओं का आदर करें। गुरुओं के लिए भी अध्यापन से बड़ा कोई धर्म नहीं है।

नई शिक्षा नीति पूरी तरह करेंगे लागू

सीएम चौहान ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मध्यप्रदेश अक्षरशः पालन करेगा। नेशनल अचीवमेंट सर्वे बहुत जल्द होने जा रहा है। यह दक्षता की परीक्षा है। इस बार हमें टॉप 10 में स्थान बनाना है। बच्चों, भविष्य की चिंता मत करो, केवल परिश्रम करो, मैं हर कदम पर आपके साथ हूँ। उन्होंने कहा कि खेलकूद, व्यायाम और योग शरीर को मजबूती देता है। माता-पिता को अपने बच्चों को खेलकूद का समय भी देना चाहिए। स्मार्टफोन पर खेलने से शरीर नहीं बनता। हमें इसके साथ ही खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना है।

सीएम ने संवाद के दौरान कहा कि हर बच्चा प्रतिभाशाली है। कोई भी बच्चा ऐसा नहीं है जिसमें प्रतिभा न हो। हमें बस उस प्रतिभा को पहचानने की ज़रूरत है। हमें अनुशासन को अपने जीवन का अंग बनाना होगा। अनुशासित जीवन सफलता की कुंजी है।
चौहान ने कहा कि बचपन में ही बड़े होकर हम क्या बनेंगे, इसकी नींव मजबूत होती है। यह समय कठिन है लेकिन बच्चों की गतिविधियाँ थमी नहीं हैं। मैं शिक्षकों और अभिभावकों का भी अभिनंदन करता हूँ जिन्होंने शिक्षा देना नहीं छोड़ा। अभिभावकों से मैं कहना चाहता हूं कि अपने बच्चों को समय दें। उनके क्रियाकलापों पर ध्यान दें। बच्चे एकाकी महसूस न करें।

कोई टिप्पणी नहीं