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सड़क पर आया मध्यप्रदेश के 2 रिटायर्ड IAS का जमीन विवाद, भोपाल के अफसर उलझे

सड़क पर आया मध्यप्रदेश के 2 रिटायर्ड IAS का जमीन विवाद, भोपाल के अफसर उलझे

लोकमतचक्र.कॉम।

भोपाल : राजधानी के बिशनखेड़ी स्थित सूरज नगर में फार्महाउस की जमीन को लेकर दो रिटायर्ड आईएएस अफसरों बीआर नायडू और सभाजीत यादव के बीच विवाद अब सड़कों पर आ गया है। इस मामले की शिकायत थाने से लेकर भोपाल संभागायुक्त, एडीजीपी भोपाल रेंज से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंच गया है। यादव ने नायडू की बेटी, पत्नी को लाखों रुपए नगद दिए हैं और बेटियों के विवाह पर भी लाखों रुपए खर्च किए हैं। इस राशि के बदले में यादव की रिटायर्ड आईएएस नायडू की बेटी निवेदिता नायडू की जमीन लेने पर पहले सहमति बनी थी लेकिन बाद में नायडू परिवार राशि और जमीन देने से मुकर गया। अब यादव परिवार द्वारा बनवाई गई सड़क, गेट का पिलर जेसीबी से तुड़वा दिया गया जिसके बाद अब यह हाईप्रोफाईल मामला और ज्यादा विवादास्पद हो गया है। यादव का आरोप है कि नायडू के बेटी-दामाद भोपाल पुलिस में हैं, इसलिए उनके दबाव में पुलिस सही काम नहीं कर रही है।

 बेटी पर जमीन बेचने बनाया अनैतिक दबाव -नायडू


जन अभियान परिषद के महानिदेशक और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बीआर नायडू का रातीबड़ थाने को दिये आवेदन में कहना है कि नगर एवं ग्राम निवेश तथा नगर निगम से विधिवत अनुमति लेकर उनका परिवार यहां  मकान का निर्माण करवा रहा है। उनके पड़ोस में सभाजीत यादव की पत्नी शोभना, पुत्र अनुश्री और ऐश्वर्य पहले से मकान बनाकर रहते हैं। यादव ने स्वीकृत नक्शे से बाहर जाकर पत्नी जमुना और पुत्री निवेदिता के हिस्से की भूमि हड़पने की नीयत से अतिरिक्त किचन बनवा लिया है। इस तथ्य को छिपाने के लिए उनकी अनुपस्थिति में पुत्री निवेदिता नायडू पर जमीन बेचने के लिए अनैतिक दबाव डाला गया। 


पुत्री निवेदिता के द्वारा जमीन बेचने से इंकार करने पर असत्य और बेबुनियाद शिकायतें करके परिवार और बिटिया की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। थाना रातीबढ़ में सात सितंबर को उनके द्वारा इसकी शिकायत शपथ पत्र के साथ की गई थी जिसकी जांच तहसीलदार टीटी नगर ने हाल ही में की। 28 सितंबर को नगर निगम और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारियों के समक्ष दोनों द्वारा किए गए निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया गया। नायडू का आरोप है कि यादव झगड़ालू हैं और अनर्गल शिकायत करते हैं। इसके कारण उनके निर्माणाधीन मकान बनाने में देरी हो रही है। उनको आशंका है कि यादव इस निर्माण में व्यवधान डाला जाएगा। इसलिए पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था निर्माण कार्य के लिए उपलब्ध कराई जाए।



पुत्री के विवाह और अन्य खर्च पर दिए लाखों रुपए, बदले में जमीन देने थे तैयार, अब मुकर रहे- यादव

इधर रिटायर्ड आईएएस सभाजीत यादव की पत्नी शोभना यादव की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में  कहा गया है कि 2018 में नायडू की पुत्री की शादी के लिए उन्होंने 22 लाख रुपए दिए। भोपाल में होटल, लाईट, खाने के भुगतान के लिए पांच लाख रुपए दिए। मकान निर्माण करने के लिए नायडू को पांच लाख रुपए दिए गए। उस समय निवेदिता ने इस राशि के बदले सर्वेन्ट क्वार्टर, पेड़- पौधे वाली जमीन एक हजार रुपए फीट के हिसाब से देने पर सहमति दी थी। बाद में बीआर नायडू ने कहा कि पूरा पैसा निवेदिता ने ले लिया है।  पत्नी चाहती है कि ज्योति किरण नायडू को भी पैसे दें। बाद में 9 लाख 75 हजार रुपए और दिए गए लेकिन निवेदिता ने 14 जुलाई 2020 को सर्वेंट क्वार्टर से सामान फेंक दिया। नायडू से वाट्सएप पर मैसेज से बात कर समझौता करने की बात की। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जिसकी शिकायत सात सितंबर को थाने में की लेकिन चूंकि नायडू के बेटी और दामाद पुलिस में हैं। इसलिए पुलिस से शोभना के परिवार को प्रताड़ित कराया जा रहा है। इस मामले में मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को भी पत्र से सूचित किया गया है।
न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय में भी परिवाद लगाया गया है। संभागायुक्त और एडीजीपी भोपाल रेंज के समक्ष बात हुई है जिसमें कहा गया है कि शिकायत तथा न्यायालय में लंबित मुकदमा वापस लेने पर बात करेंगे।  उनका कहना है कि 20 अक्टूबर को सुबह नौ बजे बीआर नायडू, सत्य नारायण नायडू  बीएस राव बिना नंबर की जेसीबी के साथ आए और उनके गेट का एक पिलर और पौधे, हेज तथा सड़क तोड़ दी। रोकने पर बेटी और बहू के साथ बदतमीजी की गई। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।

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