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वकील के आरोप से तैश में आकर तहसीलदार ने कलेक्टर के सामने शिकायतकर्ता वकील को थप्पड़ मारने की दी धमकी...

CM हेल्पलाइन अधिकारियों के लिए बनी मुसीबत, वकील के आरोप से तैश में आकर तहसीलदार ने कलेक्टर के सामने शिकायतकर्ता वकील को थप्पड़ मारने की दी धमकी...

अधिवक्ताओं के विरोध के बाद मांगनी पड़ी माफी


लोकमतचक्र.कॉम।

शहड़ोल। सीएम हेल्पलाइन लोगों की समस्या के निराकरण के बनाया गया है, लेकिन यही हेल्पलाइन अधिकारियों ओर कर्मचारियों के लिए मुसीबत बन गई है। उटपटांग शिकायतों के साथ ही झूठी शिकायतों से जूझ रहे सरकारी कर्मचारियों को अब झूठे आरोपों का भी निराकरण करवाना पड़ रहा है। शिकायतों का स्तर यह है कि जिस किसी का काम नहीं हो रहा वो सीधे रिश्वत का आरोप लगाने से भी परहेज नहीं कर रहा है। ऐसे ही एक मामले में कानून के ज्ञाता वकील महोदय जो कि सीएम हेल्प लाइन में शिकायत कर निराकरण करवाने पहुंचे शिकायतकर्ता एडवोकेट को कलेक्टर की मौजदूगी में तहसीलदार ने थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली। जिससे नाराज अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार को हटाने की मांग पर अड़े गये। कलेक्टर की समझाइश और जल्द कार्यवाही के आश्वशन के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि इस दौरान तहसीलदार को अपनी गलती का अहसास होने पर माफी भी मांगी।

यह है मामला -

बुढ़ार के अधिवक्ता राम पदार्थ द्विवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों वे अपने ही परिवार के नामांतरण का आवेदन बुढ़ार तहसील में प्रस्तुत किया था। जिसका मामला उनके फेवर में आने के बाद भी तहसीलदार ने 15 हजार रुपए की मांग की ओर पैसा नहीं देने पर प्रकरण खारिज कर दिया गया। जिससे आहत अधिवक्ता ने मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर दिया था। जिसके निराकरण के लिए आज राम पदार्थ को बुढ़ार तहसील बुलाया गया।

इस दौरान तहसीलदार और फरियादी अधिकवक्ता के बीच विवाद हो गया। जिस पर आवेश में आकर तहसीलदार मीनाक्षी बंजारे ने फरियादी को कलेक्टर की मौजूदगी में थप्पड़ मारने की धमकी दे डाली। जिससे नाराज अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय में विरोध करते हुए तहसीलदार को हटाने की मांग की। कलेक्टर वन्दना वैद्य की समझाइस और जल्द कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि इस दौरान तहसीलदार को अपनी गलती का अहसास होने माफी मांग ली।

यह कहना है तहसीलदार का -

इस पूरे मामले में तहसीलदार मीनाक्षी बंजारे का कहना है कि उन पर पैसे का मांगने का लगा आरोप निराधार है। उनके ऊपर पैसों के मांग का आरोप लगाया जा रहा था, जिससे आवेश में आकर उन्होंने थप्पड़ मारने की बात कही थी। जिसके बाद उन्होंने फरियादी से इसके लिए माफी मांग लिया था।


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