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प्रायवेट अस्पतालों में लूट से भाजपा विधायक नाराज, मुख्यमंत्री से कर रहे सख्त एक्शन का आग्रह

प्रायवेट अस्पतालों में लूट से भाजपा विधायक नाराज, मुख्यमंत्री से कर रहे सख्त एक्शन का आग्रह

भोपाल - कोरोना मरीजों से उपचार के नाम पर की जा रही निजी अस्पतालों की लूट पर कार्यवाही में भाजपा विधायकों ने और तेजी लाने की मांग की है। इसको लेकर भाजपा विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री और संभागायुक्त व कलेक्टरों से ऐसे अस्पतालों पर सख्त एक्शन के लिए आग्रह करते हुए पत्र लिखे गए हैं। पूर्व मंत्री व विधायक जालम सिंह पटेल ने जबलपुर के निजी अस्पताल संचालक द्वारा नकली रेमडिसिविर इंजेक्शन लगाकर लूट करने के मामले में उसे राजनीतिक सपोर्ट देने वाले नेताओं पर भी कार्यवाही का आग्रह कमिश्नर से किया गया है। वहीं मैहर विधायक ने भी सीएम शिवराज सिंह चौहान को फिर पत्र लिखकर निजी अस्पतालों के बिलों की जांच रोज कराने के लिए कहा है। 


भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल ने जबलपुर कमिश्नर को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सिटी हास्पिटल जबलपुर के संचालक की कई राजनेताओं से मिलीभगत है जिसके दम पर वह उपचार के लिए आने वाले मरीजों और परिजनों पर धौंस भी जमाता रहा है। उसके द्वारा नकली रेमडिसिविर इंजेक्शन लगाकर मरीजों की मौत के बाद भी पैसे लूटे गए हैं। अस्पताल की मनमानी इतनी अधिक थी कि वह एक से पांच लाख रुपए जमा कराने के बाद ही उपचार शुरू करता था। नरसिंहपुर के भी सैकड़ों लोग इस अस्पताल की मनमानी के कारण लुटे हैं और उन्होंने परिजनों को खोया है। 

इस अस्पताल संचालक द्वारा सरकारी योजनाओं में भी फर्जीवाड़ा कर राशि ऐंठी गई है। इसलिए उसके विरुद्ध रासुका में कार्यवाही की जाए और उसे सपोर्ट करने वाले राजनेताओं पर भी एक्शन लिया जाए। विधायक पटेल के इस पत्र पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि क्या सीएम चौहान इसकी जांच कराएंगे? इसकी जांच सर्वदलीय विधानसभा समिति से कराई जानी चाहिए। उन्होंने नकली रेमडिसिविर की बिक्री को गंभीर अपराध बताते हुए कहा है कि देखते हैं कि सीएम चौहान इस मामले में किस तरह की कार्यवाही कराते हैं।


नारायण की चिट्ठी, कोविड उपचार योजना के बाद भी लूट जारी

भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने सीएम चौहान को लिखे पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में गैर आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए भी सरकार की ओर से निशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है लेकिन जिलों में इसका प्रचार प्रसार नहीं होने से निजी अस्पतालों के संचालकों द्वारा अभी भी महंगे पैकेज पर इलाज किए जा रहे हैं। सीएम से आग्रह है कि प्रशासन से सख्ती से इसका पालन कराने और निजी अस्पतालों के बिलों की जांच रोज करने के लिए निर्देशित करें ताकि मरीज और उनके परिजन लूट का शिकार होने से बच सकें। उन्होंने कहा है मैहर में भी ब्लैक फंगस का एक मरीज पाया गया है। ऐसे मरीजों के लिए तत्काल उपचार सुविधा दिलाने का काम जिला प्रशासन से कराने का आग्रह है।

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