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मंत्रीयो ने हरदा जिले के लिए तवा बांध से मूंग की सिंचाई के लिए जल प्रवाहित किया

मंत्रीयो ने हरदा जिले के लिए तवा बांध से मूंग की सिंचाई के लिए जल प्रवाहित किया

हरदा बनेगा प्रदेश का पहला शतप्रतिशत सिंचाई जिला : कृषि मंत्री कमल पटेल 


लोकमतचक्र डॉट कॉम। 

हरदा ।  मध्यप्रदेश के जल संसाधन एवं मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट और कृषि मंत्री कमल पटेल ने हरदा एवं नर्मदापुरम जिले के लिए ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की सिचाई हेतु तवा बांध से पानी छोड़ा। तवा बांध से पानी छोड़ने के पूर्व मंत्रीद्वय एवं अन्य अतिथियों के साथ तवा बांध के पास स्थित शिवालय में पहुंच कर भगवान शिवजी की पूजा अर्चना की। साथ ही कन्या पूजन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।  इस अवसर पर सिवनीमालवा विधायक प्रेम शंकर वर्मा, दर्शन सिंह चौधरी, पीयूष शर्मा, यंशवत पटेल , संतोष पारिख,  एडीएम मनोज ठाकुर,जल संसाधन अधीक्षण यंत्री आरआर मीणा, उपसंचालक कृषि जेआर हेड़ाउ सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि और किसान व नागरिक शामिल रहे।

तवानगर रानीपुर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि- मध्यप्रदेश में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 6-7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 45 लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा का विस्तार हुआ है। जिसे बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर किया जाएगा। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान का व्यापक असर हुआ है। कृषि मंत्री कमल पटेल का कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। श्री सिलावट ने कहा कि किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। टेल एंड तक पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।  जलसंसाधन मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि सभी डेमों के लिए 551 करोड़ की राशि तय की गई है। डेमों की मरम्मत भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी अनियमित्ताएं करेंगे उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। 


   कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जिले में मूंग का उत्पादन बढ़ रहा है। मूंग का रकबा 1 लाख 9 हजार से बढ़ाकर 4 लाख हेक्टेयर हुआ है। हरदा जिले तक हजार करोड़ की लागत से लाइनिंग का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदीजी के संकल्प को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि असमय हुई वर्षा से फसलों हो हुई क्षति के संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ है। आरबीसी के तहत प्रति हेक्टेयर 30 हजार से बढ़ाकर 32 हजार रुपये दिए जाएंगें। बीमा की राशि भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। किसान परेशान नहीं हों।

    कृषि मंत्री कमल पटेल ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को आज अनेकों सौगाते दी है। इसी कड़ी में किसानों को खरीफ फसल की अल्पकालीन राशि जमा करने का 28 मार्च आखिरी दिन था। जिसे बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है। अब किसान उतना ही जमा करेगा। जितना उसने कर्ज लिया था। उसको ब्याज नहीं देना पड़ेगा। 1 महीने का पूरा ब्याज सरकार भरेगी। जिससे किसान फिर 0% पर ऋण लेने का हकदार बना रहेगा।


   कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि किसानों के हित में  मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में नर्मदा नियंत्रण मंडल की बैठक में लिया गया है।जिसमें किसानों को कई सिंचाई परियोजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए नर्मदा नदी से पानी को लिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। हरदा, खंडवा, डिंडोरी, शहडोल ,सीहोर सहित कई जिलों की भूमि सिंचित होगी। हरदा जिले की अत्यंत महत्वाकांक्षी शहीद इलाप सिंह उदवहन सिंचाई योजना के तहत जिले के 118 गांव की 68 हजार 890 हेक्टेयर जमीन जो सिंचित नहीं हो रही थी। वह अब सिंचित होगी। हरदा जिला प्रदेश का पहला शत प्रतिशत सिंचित जिला बनेगा।

जल संसाधन विभाग ने बताया कि वर्तमान में तवा बांध का जल स्तर 1142.70 फीट एवं जल भराव क्षमता 851.47 मिलियन घनमीटर है। मूंग सिंचाई के लिए नर्मदापुरम जिले में 40 हजार हेक्टेयर एवं हरदा जिले में 37,760 हैक्टेयर रकबे में कुल मिलाकर 77,760 हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा संभावित रहेगी।

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