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सीएम शिवराज ने दी प्रदेशवासियों को सौगात

सीएम शिवराज ने दी प्रदेशवासियों को सौगात

अब WhatsApp पर मिलेगा जाति और आय प्रमाण पत्र के साथ ही नामांतरण एवम् डायवर्सन कराने की  प्रक्रिया को आसान बनाने की घोषणा की

मध्यप्रदेश के छात्र-छात्राओं और युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। जहां पहले लोगों को आय  या मूल निवासी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कई दिनों तक दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, अब उनके लिए राहतभरी खबर है। जी हां, मध्यप्रदेश सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए नया तरीका निकाला है। *जिसके अनुसार अब केवल 181 पर कॉल करने के बाद अपना आधार नंबर बताना होगा। उसके बाद आपका आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र एक ही दिन में व्हॉट्सएप (WhatsApp) पर प्राप्त हो जाएगा।*

एक कॉल पर WhatsApp पर मिलेगा जाति प्रमाण पत्र

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘181 CM हेल्पलाइन है, जिसमें लोग अपनी केवल शिकायतें दर्ज कराते थे, लेकिन अब इसका उपयोग अन्य कार्यों के लिए किया जाएगा। जिसमें 181 पर कॉल कर लोग अपना आधार नंबर बताकर जाति प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र एक दिन के भीतर प्राप्त कर सकेंगे। जो उन्हें उनके वॉट्सऐप नंबर पर मिलेगा।

नामांतरण की सुविधा अब एप के जरिए मिलेगी

सीएम शिवराज ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए किसान एप लॉन्च किया गया है। जिससे अब किसानों को कहीं भी जानें की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उनका काम ऑनलाइन ही हो जाएगा। जिमसें तहसीलदार द्वारा SMS करके नामांतरण  की सूचना दे दी जाएगी। वहीं SMS द्वारा ही भूमि में खसरे का नाम परिवर्तन की सूचना भी मिल जाएगी। बता दें कि यह व्यवस्था प्रदेश में 1 अप्रैल, 2021 लागू हो जाएगी। जिसे लेकर अभी काम जारी है।

किसानों को जमीन डायवर्सन के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे चक्कर

पहले जमीन संबंधित और जाति, आय-निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों के चप्पल घिस जाते थे, लेकिन अब सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल करते हुए लोगों को नई सुविधा प्रदान की है। जिसे लेकर सीएम शिवराज ने बताया कि अगर गैर विवादित नामांतरण के निपटान की सूचना अब सभी को अपने मोबाइल के जरिए मिलेगी। जिसके लिए लोगों को केवल ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ये पूरा कार्य अब केवल एक लैपटॉप के जरिए संपन्न हो जाएगी। और जमीन के डायवर्सन के लिए विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके लिए पटवारी को अपने पास सिर्फ 7 पंजिका रखनी होगी, साथ ही उन्हें सरकार की ओर से एक लैपटॉप दिया जा रहा है। किसान एप के माध्यम से लोग सीधे पोर्टल पर जाकर अपना शुल्क जमा कर सकेंगे। साथ ही जमीन के उपयोग के परिवर्तन का पूरा ब्यौरा खसरे में दर्ज हो जाएगी।

पटवारी करेगे वेरिफाई

किसान एप में आए आवेदन का पटवारी द्वारा वेरिफाई किया जाएगा। जिसके बाद किसानों को जानकारी प्रेषित की जाएगी। जिसमें पटवारी मौके पर ही किसानों की समस्याओं को मुआयना कर, फसल से संबंधित लाभ व हानि की डिटेल किसान एप में अपलोड करेगा। जो सीधे किसानों को मिल जाएगी। इस प्रक्रिया में अगर कोई आपत्ति होगी, तो वह भी इस एप के जरिए दर्ज करा सकेंगे। वहीं किसानों को और सुविधा देते हुए हफ्ते में दो दिन सोमवार और गुरुवार पटवारी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर बैठेंगे और लोगों की समस्याओं का निपटारा करेंगे।

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