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8 साल के बच्चे की गोद में शव मामले में CEO से मांगी रिपोर्ट, शव वाहन न मिलने पर सिविल सर्जन को नोटिस

8 साल के बच्चे की गोद में शव मामले में CEO से मांगी रिपोर्ट, शव वाहन न मिलने पर सिविल सर्जन को नोटिस

भोपाल : गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मुरैना में 8 साल के बच्चे की गोद में अपने छोटे भाई का शव होने की घटना के मामले में जिला पंचायत सीईओ को आज शाम तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं। सिविल सर्जन को शो-कॉज का नोटिस दिया गया है।सरकार ने घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। पीड़ित परिवार को सरकार ने 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी है और सम्बल योजना में भी लाभ दिया जा रहा है।

गौरतलब है कि दो दिन पूर्व मुरैना जिले के अंबाह के बड़फरा निवासी पूजाराम जाटव के बेटे राजा की तबीयत खराब हो गई थी। उसने राजा को अंबाह के सरकारी अस्पताल में दिखाया। हालत ज्यादा खराब होने के चलते डॉक्टरों ने बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पूजाराम अपने 8 साल के बेटे गुलशन के साथ राजा को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। अंबाह से लेकर आई एम्बुलेंस तत्काल लौट गई। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि राजा को एनीमिया और पेट में पानी भरने की समस्या थी।

एम्बुलेंस के लिए चाहिए थे डेढ़ हजार रुपए

बेटे राजा की लाश घर ले जाने के लिए पूजाराम को एम्बुलेंस नहीं मिली। एम्बुलेंस के लिए उसे डेढ़ हजार रुपए की जरूरत थी लेकिन इतने रुपए उसके पास नहीं थे। पूजाराम ने प्राइवेट और सरकारी एम्बुलेंस से मदद मांगी लेकिन मदद नहीं मिली। पूजाराम बेटे राजा की लाश गुलशन की गोद में लेटाकर कुछ कम रेट की एम्बुलेंस तलाशने चला गया।

गुलशन लाश लिए नेहरू पार्क के सामने सड़क किनारे नाले के पास बैठा रहा। पूजाराम ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से शव को गांव ले जाने के लिए वाहन की बात कही तो यह कहकर मना कर दिया गया कि शव ले जाने के लिए अस्पताल में कोई वाहन नहीं है। बाहर से भाड़े की गाड़ी कर लो। पूजाराम ने बिलखते हुए बताया कि उसके चार बच्चे हैं। तीन बेटे और एक बेटी, जिनमें राजा सबसे छोटा था। उसकी पत्नी तुलसा तीन महीने पहले घर छोड़कर अपने मायके (डबरा) चली गई है। वह खुद ही बच्चों की देखभाल करता है। मजदूरी करने भी जाता है।

कमलनाथ ने सरकार से पूछे सवाल

इस मामले में पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथl का बयान भी सामने आया। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए घटना को लेकर दुख जताया और शिवराज सरकार पर निशाना साधा।

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