तहसीलदार की सड़क दुर्घटना में मौत, 2 पटवारी, राजस्व निरीक्षक ओर ड्राइवर गंभीर घायल
तहसीलदार की सड़क दुर्घटना में मौत, 2 पटवारी, राजस्व निरीक्षक ओर ड्राइवर गंभीर घायल, पंचायत चुनाव की ड्यूटी से लौट रहे थे, खड़े ट्रक में जा घुसी जीप
दिनरात काम के बोझ में दबे राजस्व विभाग के कर्मचारी, आलाधिकारियों को नहीं है चिंता, बस काम से है मतलब
भोपाल : पंचायत चुनाव कराकर लौट रहे सतना जिले में पदस्थ नायब तहसीलदार गणेश देशभ्रतार की सड़क दुघर्टना में मौके पर मृत्यु हो गई। अफ़सर की मृत्यु की सूचना पाते ही सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत डा परीक्षित राव और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी रात्रि में ही 3 बजे मैहर सिविल अस्पताल पहुंचे। इस घटना में राजस्व निरीक्षक और वाहन चालक को गंभीर चोटें आई हैं जिन्हें संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर किया गया है।
पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 8 जुलाई को मैहर विकास खंड के सभागंज सेक्टर में नायब तहसीलदार गणेश विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी मे तैनात थे। वहां से चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने और मतगणना उपरांत अंतिम पोलिंग पार्टी को रवाना कर वे मैहर जनपद मुख्यालय लौट रहे थे तभी मैहर के समीप कटनी बायपास पर हुए हादसे में उनकी जान चली गई। गणेश नागोद तहसील में नायब तहसीलदार के रूप में पदस्थ थे। इस घटना में घायल आरआई चंद्रप्रकाश मांझी का जबड़ा टूटा है तो चालक की पसलियों में गम्भीर चोट है। दोनों को रीवा रेफर किया गया है।
मैहर के पास खड़े ट्रक से टकराया वाहन
बताया जाता है कि सभागंज से अंतिम इलेक्शन पार्टी रवाना करने के बाद तहसीलदार देशभ्रतार ने अपनी रिपोर्ट दी। इसके बाद वापस लौटते समय रास्ते में भोजन करने के बाद मैहर के लिए निकले। मैहर बायपास से जैसे ही मैहर के लिए मुड़ते हैं वहीं पर इनका वाहन खड़े ट्रक पर तेज गति से पीछे से घुस गया। चालक ने बचाने की कोशिश की लेकिन अपना हिस्सा काटने में सफल हो सका। बाकी हिस्सा ट्रक के अंदर घुस गया। तहसीलदार की मौके पर ही मौत हो गई। घटना में दो पटवारी भी घायल हुये। इन्होंने ही अधिकारियों को हादसे की सूचना दी।
दो बेटे एक बेटी है
जान गंवाने वाले गणेश के दो बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा कॉलेज में, छोटा स्कूल में और बेटी बालाघाट में रहकर पढ़ाई कर रही हैं। देशभ्रतार पहले शिक्षक थे। इसके बाद पीएससी एग्जाम दिया और सफल होने पर राजस्व सेवा में आये। उनकी पार्थिव देह गृह ग्राम वारा सिवनी ले जाई जाएगी। सतना जिले में पदस्थापना के दौरान उन्होंने लगभग ढाई साल चित्रकूट में सेवाएं दीं। गणेश ने कॉविड महामारी के समय जनसहयोग से चित्रकूट के गरीबों और आदिवासियों तक राहत सामग्री पहुंचाने में बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि राजस्व विभाग में काम की अत्यधिक व्यवस्थाओं के चलते विभागीय कर्मचारी काम के बोझ से दबे जा रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को केवल अपने काम से मतलब है काम के दबाव के चलते ही राजस्व विभाग के निचले स्तर के कर्मचारी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं । इन सबसे परे वरिष्ठ अधिकारियों को अपने निचले अमले की कोई फिक्र नहीं है।
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