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निधि ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की छात्रवृत्ति से खरीदी शिक्षण सामग्री व स्कूल बैग

निधि ने लाड़ली लक्ष्मी योजना की छात्रवृत्ति से खरीदी शिक्षण सामग्री व स्कूल बैग

हरदा - कई परिवार ऐसे होते है, जिनकी आर्थिक स्थिति सामान्य होती है और आज के मंहगाई के दौर में बच्चों की शिक्षा, उनका पालन पोषण करना ही कठिन हो गया है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए शासन द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं में से एक है लाडली लक्ष्मी योजना। बालिका जन्म के प्रति जनता में सकारात्मक सोच, लिंग अनुपात में सुधार, बालिकाओं की शैक्षणिक स्तर तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार तथा उनके अच्छे भविष्य की आधारशिला रखने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश में 01 अप्रैल 2007 से लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू की गई। लाड़ली लक्ष्‍मी योजना से जिले के अनेक परिवार अपनी बेटियों की शिक्षा एवं पोषण की चिंता से मुक्‍त हुए है।

जिले के विकासखण्‍ड खिरकिया के ग्राम गोमगांव की बेटी निधि को लाड़ली लक्ष्‍मी योजना का लाभ मिला। निधि के बचपन में ही उसकी माता का स्वर्गवास हो गया और पिता भी उसे नानी के पास छोड़कर कहीं चले गये। नाना-नानी के द्वारा ही निधि का भरण पोषण किया गया व गरीबी के कारण उसकी पढ़ाई का विरोध किया गया। किन्तु आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा समझाईश दी गई कि बालिका को पढ़ने दीजिये, उसे शासन की महत्वपूर्ण योजना लाड़ली लक्ष्मी का समय-समय पर लाभ प्राप्त होगा व बालिका का योजना अंतर्गत पंजीयन 28 मार्च 2008 को किया गया।

बालिका निधि द्वारा जब कक्षा पॉंचवी पास कर कक्षा 6 वी में प्रवेश लिया गया तो बालिका को पुस्तके स्कूल से प्राप्त हो गई थी, लेकिन नानी आर्थिक परेशानी के कारण कॉपियॉं, रजिस्टर, स्कूल बैग आदि दिलाने मे असमर्थ थी। निधि को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से पता चला की लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत छात्रवृत्ति की राशि दो हजार रूपये उसके बैंक खाता में आ चुके है। निधि ने खुशी से अपने बैंक खाता से राशि निकाल कर स्कूल बैग व अपनी स्टेशनरी खरीदी।

जब बालिका निधि ने कक्षा 8 वी पास की, तो नाना द्वारा आर्थिक परेशानी के कारण आगे की पढ़ाई नही करने के लिये विरोध किया गया, लेकिन सेक्टर पर्यवेक्षक कविता चौधरी द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना की शर्त बताई और बताया कि निधि को कक्षा नवी में चार हजार रूपये उसके बैंक खाता में प्राप्त होंगे। जब निधि ने कक्षा नवी में प्रवेश लिया तो उसे चार हजार रूपये की छात्रवृत्ति के रूप में प्राप्त हुये। निधि द्वारा अपनी ही निधि से अपनी स्टेशनरी व अन्य पढ़ाई की सामग्री खुशी से खरीदी।

सेक्टर पर्यवेक्षक एवं सुपरवाईजर द्वारा निधि के नाना-नानी को समझाया गया कि आप निधि की पढ़ाई बंद नही करना। उसे लाड़ली लक्ष्मी अंतर्गत कक्षा बारहवी की परीक्षा में सम्मलित होने पर योजना अंतर्गत लाभ प्राप्त होगा। नाना-नानी द्वारा कहा गया कि वह उसे आगे पढ़ायेगे व लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ प्राप्त कर बहुत खुश है।

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