आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर में सावित्रीबाई फुले एवं जयपाल सिंह मुंडा की जयंती मनाई गई
आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर में सावित्रीबाई फुले एवं जयपाल सिंह मुंडा की जयंती मनाई गई
हरदा। शासकीय आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर हरदा में सावित्रीबाई फुले एवं जयपालसिंह मुंडा की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरूआत सावित्रीबाई फुले एवं जयपाल सिंह मुंडा के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर की गई।
इस अवसर पर शंभूदयाल पनागरे जिलाध्यक्ष छात्रावास आश्रम शिक्षक अधीक्षक संघ जिला हरदा ने बताया कि जयपालसिंह मुंडा भारतीय आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के एक सर्वोच्च नेता थे। वे एक जाने-माने राजनीतिज्ञ, पत्रकार, लेखक, संपादक, शिक्षाविद् और 1925 में "आक्सफोर्ड ब्लू"का खिताब पाने वाले हाकी के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। उनकी कप्तानी में 1928 के ओलंपिक में भारत ने पहला स्वर्ण पदक प्राप्त किया था।
छात्रावास अधीक्षिका सुश्री किरण कुमरे ने बताया कि सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवियित्री थीं। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविन्दराव फुले के साथ मिलकर नारी अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। इस दौरान अधीक्षिका श्रीमति सेवंती उइके, सागर उइके, श्रीमति मंगला उइके, पंचम सिंह उइके, छीतर प्रसाद आदि कर्मचारी मौजूद थे।
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