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कमला नेहरू अस्पताल में ब्लास्ट से 4 बच्चों की मौत गंभीर लापरवाही-CM, आयोग ने CS से मांगी रिपोर्ट

कमला नेहरू अस्पताल में ब्लास्ट से 4 बच्चों की मौत गंभीर लापरवाही-CM, आयोग ने CS से मांगी रिपोर्ट

भोपाल : राजधानी के कमला नेहरू अस्पताल में वेंटिलेटर में हुए ब्लास्ट से 4 मासूम बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। यह हादसा सोमवार की रात 8 बजे के करीब हुआ था। इस घटना में 36 बच्चों को बचा लिया गया है जिनमें से कई झुलसे हैं और उनका उपचार जारी है। उधर मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव से इस मामले में 1 सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई से आयोग को अवगत कराने के लिए कहा है।

हादसे के बाद मंगलवार को कैबिनेट बैठक से पूर्व संबोधन में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह बहुत गंभीर घटना है। यह आपराधिक लापरवाही है, इसके जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। जो भी दोषी होगा उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में कल रात हुई हृदय विदारक घटना से मन और आत्मा व्यथित है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जो बच्चे अस्पताल में थे, वह हमारे संरक्षण में थे। उनकी जान बचाना हमारी जिम्मेदारी थी यह गंभीर घटना है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा करते हुए कहा कि  सारंग घटना की सूचना प्राप्त होते ही घटनास्थल पर पहुंचे और तत्काल राहत कार्य में समन्वय किया।
 मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन लोगों ने अपनी जान हथेली पर रखकर अपनी जान की बाजी लगाकर 36 बच्चों को सुरक्षित निकाला है, उनका सम्मान किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने उन सभी को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन डॉक्टरों की टीम को त्वरित एक्शन लेने और बच्चों की जान बचाने के लिए आभार व्यक्त किया।

अस्पतालों के फायर सेफ्टी ऑडिट के दिये निर्देश

 मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए हैं कि सभी शासकीय और गैर शासकीय अस्पतालों का तत्काल फायर सेफ्टी ऑडिट कराया जाए। चौहान ने कहा कि कोविड-19 परिणाम स्वरूप कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए ऑक्सीजन लाइन बिछाई गई हैं इससे अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट की और अधिक जरूरत हो जाती है। चौहान ने कहा कि हमें वह सभी उपाय करने होंगे जिससे ऐसी घटना का दोहराव न हो।
 चौहान ने कहा कि दिवंगत बच्चों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घटना में जो घायल हुए हैं उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हो, यही कामना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने की इच्छा थी। मैं निरंतर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के संपर्क में रहा। मुझे कहा गया कि आपके वहां जाने से राहत कार्य में लगे लोगों का ध्यान बंटने की संभावना रहेगी। टीमों का फोकस बच्चों को सुरक्षित निकालने पर ही रहे, इस आशय से मैं निवास से ही लगातार घटनास्थल पर मौजूद मंत्री विश्वास सारंग तथा पुलिस प्रशासन और डॉक्टरों की टीम के संपर्क में रहा।

मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, एक सप्ताह में मांगी CS से रिपोर्ट

बीते सोमवार की रात भोपाल के हमीदिया अस्पताल परिसर के कमला नेहरु अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित पीआईसीयू में हुए हादसे पर संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति  नरेन्द्र कुमार जैन ने मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग तथा हमीदिया अस्पताल भोपाल के अधीक्षक से दो सप्ताह में जवाब मांगा है।
आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति जैन ने इन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घटना की जांच एक सप्ताह में करवाकर तुरंत जांच रिपोर्ट भेजें। साथ भी इन अधिकारियों से यह भी पूछा है कि शाॅर्ट-सर्किट के बारे में क्या सावधानियां रखी हुई हैं ? विगत जुलाई माह में भी इसी वार्ड में आग लगने के बाद क्या विशेष व्यवस्थाएं की गईं हैं ? यहां बिजली के तार (इलेक्ट्रीसिटी लाईन) एवं उपकरण (इन्स्ट्रूमेंट) कितने साल पुराने हैं ? इनकी देखभाल के लिये कौन जिम्मेदार हैं ?

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