Breaking News

आपसी लड़ाई में मंत्रालय कर्मचारी संघ का पंजीयन हुआ निरस्त, प्रांताध्यक्ष बनने दो गुटों मे चल रहा था 3 सालों से विवाद

आपसी लड़ाई में मंत्रालय कर्मचारी संघ का पंजीयन हुआ निरस्त, प्रांताध्यक्ष बनने दो गुटों मे चल रहा था 3 सालों से विवाद


भोपाल । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 54 साल पुराने मंत्रालय कर्मचारी संघ का पंजीयन निरस्त कर दिया गया। इसका पंजीयन 26 जुलाई 1969 को हुआ था। असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी ने इसके आदेश जारी किए हैं। मंत्रालय के कर्मचारी नेता सुभाष वर्मा एवं सुधीर नायक गुटों में 3 साल से चल रहे विवाद के कारण ऐसा हुआ है। 3 साल में यह दूसरा बड़ा कर्मचारी संगठन है, जिसका पंजीयन निरस्त हुआ है। इसके पहले प्रदेश के सबसे बड़े संगठन तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ का पंजीयन निरस्त किया गया था। 

उल्लेखनीय है कि मंत्रालय कर्मचारी संघ एकमात्र कर्मचारी संगठन था, जिसमें प्रथम श्रेणी अधिकारी से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक शामिल थे। हर 2 साल बाद गुप्त मतदान पद्धति से चुनाव होते थे। प्रत्येक साधारण सदस्य को मत देने का अधिकार था। डिप्टी सेक्रेटरी से लेकर प्यून तक सब एक ही लाइन में लगकर . मतदान करते थे। नायक संघ के पिछले कई चुनाव जीत कर लगातार अध्यक्ष रहे। 5 साल पहले तक नायक की ही कार्यकारिणी में सुभाष वर्मा प्रमुख पदाधिकारी थे। बाद में वर्मा ने अलग गुट बना लिया। डेढ़ साल पहले वर्मा गुट ने चुनाव कराया। जिसमें सुभाष वर्मा अध्यक्ष चुने गए। फिर नायक गुट ने भी चुनाव कराए। जिसमें नायक अध्यक्ष बने। वर्मा ने नायक गुट के चुनाव को अवैध करार देने के लिए असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटी में अपील की।

कोई टिप्पणी नहीं