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पुलिसकर्मियों के लिए सरकार ने की बड़ी घोषणा, कांस्टेबल से लेकर एसआई को मिल सकेगा उच्च पद का प्रभार

 पुलिसकर्मियों के लिए सरकार ने की बड़ी घोषणा, कांस्टेबल से लेकर एसआई को मिल सकेगा उच्च पद का प्रभार


भोपाल - 
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस कर्मियों के लिए बड़ी घोषणा की है जिसके चलते पुलिसकर्मियों को पदोन्नति में लगी रोक के कारण आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल रहा था अब उन्हें वरिष्ठ पद पर कार्य करने का मौका मिल सकेगा। मध्यप्रदेश में पदोन्नति में आरक्षण को लेकर लगी रोक को लेकर विभिन्न शासकीय विभागों में पदोन्नति को लेकर शासकीय कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है और इससे पुलिस विभाग भी अछूता नहीं है। 

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज घोषणा करते हुए कहा कि शिवराज सरकार द्वारा मध्य प्रदेश की पुलिस विभाग को बड़ी राहत दी गई है जिसके मुताबिक अब मध्य प्रदेश के पुलिस रेगुलेशन एक्ट 72 में संशोधन किया जाएगा।
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि गृह विभाग में संशोधन के जरिये हेड कांस्टेबल से लेकर टीआई तक के प्रभार उनके निचले स्तर के कर्मचारियों को देने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए मार्च तक नियमों में बदलाव और उसकी मंजूरी देने का काम किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए काम शुरू कर दिया है। 


मंत्री मिश्रा ने कहा कि गृह विभाग में उच्च स्तरीय रिक्त पद पर प्रभार देने के लिए लागू व्यवस्था में 72वें संशोधन की तैयारी की जा रही है। अभी तक जो व्यवस्था है उसके आधार पर एएसआई को एसआई का प्रभार दिया जाता रहा है। अब संशोधन के बाद जो व्यवस्था तय की जाएगी, उसके उपरांत कांस्टेबल को हेड कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल को एएसआई, एएसआई को एसआई और एसआई को टीआई का प्रभार दिया जा सकेगा। इस व्यवस्था को मार्च तक मूर्त रूप देने का काम कर लिया जाएगा। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि गृह विभाग ने कोविड 19 के लिए दिन रात काम करने वाले पुलिस जवानों को कोविड मेडल देने का फैसला लिया था। इन जवानों को मार्च अंत तक कोविड मेडल देने का काम भी पूरा किया जाएगा। पुत्र मोह का ध्येय लेकर राजनीति करने वाले कभी जनता की अपेक्षाओं पर खरे साबित नहीं हो सकते। कांग्रेस में केंद्र से लेकर राज्य तक उसके नेता पुत्र मोह में डूबे हुए हैं और यही उसका दुर्भाग्य है। चाहे सोनिया गांधी हों या कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हों।

 भगवानों में विभाजन पर आमादा है ममता बनर्जी पर हमला करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि उनकी मां दुर्गा-भक्ति से पूरा बंगाल परिचित है कि कैसे उन्होंने दुर्गा पूजा पर रोक लगाई थी। ममता बनर्जी अंग्रेजों की डिवाइड एंड रूल पॉलिसी पर राजनीति कर रही हैं। यह बात बंगाली नहीं पूरा देश जानता है।

मिश्रा ने कहा कि तिनके की तमन्ना है, समुंदर में जा मिले। ज्वलंत सवाल यह है कि समुंदर कहां मिले। तृणमूल कांग्रेस तिनके की तरह उड़ रही है। हमारे नेता अमित शाह ने पहले ही कह दिया है कि चुनाव आते-आते तक ममता बनर्जी अकेली रह जाएंगी। पश्चिम बंगाल में लंका राज चल रहा है। प्राचीन समय में लंका में जय श्री राम बोलने पर आपत्ति थी । आज ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल में जय श्री राम बोलने पर आपत्ति है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साधुवाद और बधाई। आज देश उनके नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। पीएम मोदी के नेतृत्व में जब देश में दिया जलाया जा रहा था। जब थाली बजाई जा रही थी, उसी वक्त वैक्सीन भी बनाई जा रही थी। लॉकडाउन के पीरियड और कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था में उभार पीएम मोदी के सक्षम नेतृत्व को दर्शाता है। यह हम नहीं कह रहे हैं, इंटरनेशनल मॉनिटरिंग फंड वैश्विक संस्था आईएमएफ कह रही है।

उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के काम पर कमलनाथ सरकार ने 15 महीने में लीपा-पोती कर दी। इसी का परिणाम है कि देश में चिन्हित 100 सबसे अधिक  कुपोषित जिलों में प्रदेश के 12 जिले हैं। यह बहुत चिंता की बात है। प्रदेश सरकार कुपोषण पर नियंत्रण करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है।

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेसी अपनी पार्टी चिट्ठी और ट्विटर के माध्यम से चला रहे हैं। उनकी पार्टी के लाखन सिंह जी ने खुद कहा है कि सारे सर्वे धरे के धरे रह गए। नगरी निकाय चुनाव के पहले उनके द्वारा किए जा रहे सर्वे अब भी धरे ही रह जाएंगे। कहां से चल पड़ेंगे?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा आदिवासी भाइयों को वोटर ही मानती रही है। सब जानते हैं कि बिसाहू लाल को किसने मंत्री नहीं बनने दिया? स्वर्गीय शिवभानु सिंह सोलंकी को किसने मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया ? पिछले 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने इनके हितों के लिए क्या किया ? मुकुल वासनिक और बाकी कांग्रेसी इस बारे में भी सोचें।

 कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश स्तर तक सब पुत्र मोह से ग्रसित हैं। किसने कहा था पर्दे के पीछे से सरकार चलाओ ? किसने कहा था कि पुत्र मोह में वरिष्ठ लोगों की अनदेखी कर दो ? राजनीति में पुत्र मोह वाले कभी आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतरते।

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह और लाखन सिंह पर कांग्रेस के संभावित कार्रवाई के सवाल पर कहा कि वैसे तो यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है लेकिन इतना तय है कि ये गोविंद सिंह और लाखन सिंह पर कार्यवाही नहीं कर पाएंगे।

सवर्ण आयोग के गठन के सवाल पर कहा कि सबका साथ सबका विकास प्रधानमंत्री के मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए ही मुख्यमंत्री ने सवर्ण आयोग के गठन का निर्णय लिया है।


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