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भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में आँगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने रैली निकाल मांगों के निराकरण के लिए दिया ज्ञापन, की जोरदार नारेबाजी

भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में आँगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने रैली निकाल मांगों के निराकरण के लिए दिया ज्ञापन, की जोरदार नारेबाजी

लोकमतचक्र डॉट कॉम।

हरदा :  आज जिला मुख्यालय पर भारतीय मजदूर संघ के नेतृत्व में आँगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने रैली निकाल अपनी मांगों के निराकरण के लिए ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा। इस दौरान उपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ओर सहायिकाओं ने जोरदार नारेबाजी भी की। भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सोनी ने लोकमतचक्र डॉट कॉम से चर्चा करते है कहा कि मांगों पर 15 दिवस में विचार कर पूर्ण किया जावें, यदि 15 दिवस मे जॉयज मांगो को सरकार पूरा नही करती है । तो संगठन की सभी बहने उग्र आंदोलन की राह पर अग्रसर होगी जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार की होगी ।


सौंपे गये ज्ञापन में कहा कि म.प्र . महिला एवं बाल विकास विभाग में स्कीम वर्कर के रूप में कार्यरत आँगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका जिनकी संख्या लगभग 15 लाख से अधिक है । आँगनवाडी केन्द्रो का संचालन किराये के भवनो मे हो रहा है जिनके माध्यम से 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों का अनौपचारिक शिक्षा एवं 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों को पोषण आहार एवं स्वास्थ्य सुविधाये उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है।

महिला एवं बालविकास विभाग के माध्यम से विगत 35 वर्षो से आँगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका के माध्यम से परी निष्ठा के साथ कार्य किया जा रहा है । शासन की सभी जनहित योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है । इनके द्वारा कम से कम अतिकम मानदेय पर आज भी कार्य किया जा रहा है और आज 10000 / - के मानदेय पर बिना किसी समय अवधि निर्धारण के अनवरत सेवये भी दी जा रही है ।

महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों के साथ - साथ अतिरिक्त समय - समय पर अन्य विभागों के कार्य जैसे बीएलओ , फायलेरिया , जनगणना , जन्म - मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना , किशोरी किशोरियों को आयरन सहित अन्य स्वस्थ्य सेवाये एवं योजनाओं का लाभ दिलाना , पल्स पालियो ड्रॉपपिलाना , कुष्ट उन्मूलन कार्य , टीबी मरीजो का चिन्हांकन एवं दवा सेवन कराना , कार्यक्रम आदि मे भी निष्ठा एवं लगन से डियूटी निभाई जा रही है ।

इसके बावजूद भी शासन द्वारा प्राप्त होने वाले अल्प मानदेय को समय पर पदान नही किया जा रहा है , तीन तीन , चार - चार महीनो तक भुगतान नही किया जा रहा है जिससे समस्त आँगनवाडी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं , मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है तथा परिवार का भरण - पोषणकिये जाने मे विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न हो रही है । इसके अतिरिक्त शासन से संघ निम्नांकित जायज मांगो की निरंतर मांग करता आ रहा है जिस पर अभी तक कोई सकारात्मक पहल शासन द्वारा नहीं की गई है ।


म.प्र . महिला एवं बाल विकास विभाग के अंर्गत सभी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करते हुये सभी शासकीय सुविधओ का लाभ प्रदान किया जाये । म.प्र . सरकार के द्वारा घोषित 1500 / - रू . एरियर्स के साथ भुगतान किया जाये । राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से समन्वय कर आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में संशोधन करते हुये मानदेय या मानसेवा की जगह नियमित और सीधी भर्ती की जाने की नियमावली बनाई जावे ।

जब तक नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन नही किया जाता है तब तक आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं के मानदेय , अतिरिक्त मानदेय मे केन्द्र से निर्धारित मंहगाई भत्ते को लागू कर भुगतान किया जाये एवं कम से कम 18000 / -9000 / - रू . कार्यकर्ता / सहायिका को भि कॉमन किया जाये । महिला एवं बाल विकास विभाग से प्रत्येक मद में प्राप्त राशि और पोषण , खेल , स्वस्थ्य सम्बंधित सभी समग्री उनके केन्द्रों पर समय - सीमा मे उपलब्ध कराई जाये और विभागीय ऐप पोषण ट्रेकर और सम्पर्क ऐप को मर्ज करके एक ही ऐप से कार्य कराया जाये । 

आँगनवाडी केन्द्रो के ये ज्यादा से ज्यादा भवन कराये जावे और जो भवन जो किराये के भवनों में संचालित हो रहे है उनका किराया वर्तमान स्थिति के आधार पर बढाकर पदान किया जाये । अन्य विभागों की भाति महिला एवं बाल विकास विभाग की आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी एक - एक करके कम से कम 15 दिवस का ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रदान किया जाये । 

सभी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं को विभाग की और से कम से कम 500000 / - रू . का स्वस्थ्य बीमा कराया जाये एवं सभी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान योजना की पात्रता मे शामिल किया जाये । 5 . महिला बाल विकास विभाग के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में डियटी न लगाई जाये जिससे आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं और मिनी आँगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्णरूप से कर सकें और जीवन से जुड़ी अत्यंत महत्वपूर्ण सेवायें प्रभावित न हो और हर गर्भवती , शिशुवती , और बच्चों की सही देख रेख हो और देश को स्वास्थ्य और आदर्श नागरिक प्राप्त हो सके । 10 वर्ष के अनुभव , शिक्षा और वरिष्ठता के आधार पर पर्यवेक्षक पद पर बिना किसी परीक्ष के सीधी भर्ती की जये , म.प्र . के बाहर के आवेदन स्वीकार नही किये जाये । उत्तरप्रदेश में यह प्रक्रिया है । 

मिनी आँगनवाडी केन्द्रों को पूर्ण केन्द्र बनाया जाये और सहायिका की नियुक्ति के उपरांत ही नये केन्द्रों के लिये भर्ती प्रक्रिया शुरू हो और मिनी केन्द्रों को स्वीकृत न करते हुये पूर्ण केन्द्र ही संचालित कराये जायें । आँगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका बहने जब तक शासकीय कर्मचारी घोषित नही की जाती है तब तक उनका रिटारमेन्ट नही किया जाना चाहिए क्योकि उनके जीवन यापन का यही एकमात्र साधन है , और यदि जिनको रिटायमेंट दिया जा रहा है तो उन सभी को 2018 अप्रैल से माननीय मुख्यमंत्रीजी द्वारा घोषित की गई राशि म.प्र . आँगनवाडी कार्यकर्ताओं / सहायिकाओं / मिन आँगनवाडी कार्यकर्ताओं की सेवा निवृत्ति पर उन्हे क्रमश : 100000 / - , 75000 / - , एवं 75000 / - रू . की राशि प्रदान की जाये । 

उपरोक्त मांगों पर 15 दिवस में विचार कर पूर्ण किया जावें । यदि 15 दिवस मे उक्त जॉयज मांगो को सरकार पूरा नही करती है । तो संगठन की सभी बहने उग्र आंदोलन की राह पर अग्रसर होगी जिसकी समस्त जवाबदारी सरकार की होगी ।

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