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तहसीलदार के विरूद्ध FIR दर्ज करने की मांग लेकर मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन

तहसीलदार के विरूद्ध FIR दर्ज करने की मांग लेकर प्रदेश भर में पटवारियों ने सौंपा ज्ञापन...

तीन दिवस में कार्यवाही नहीं होने पर करेंगे आंदोलन

लोकमतचक्र डॉट कॉम।

भोपाल : विदिशा जिले की नटेरन तहसील के पटवारी अंकित बधावन की तहसीलदार के अभद्रता पूर्वक व्यवहार ओर प्रताड़ना के कारण दुर्घटना में हुई असमय मृत्यु के विरोध में मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आव्हान पर तहसील नटेरन के तहसीलदार सत्यनारायण सोनी पर FRI दर्ज कर दंडात्मक कार्यबाही करने की मांग को लेकर आज प्रदेश भर की तहसीलों में पटवारियों ने ज्ञापन  सौंपा ओर तीन दिवस में कार्यवाही नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उक्त मामले में पीड़ित परिवार के परिजनों ने तहसीलदार की अभद्रता का प्रमाण मोबाइल वार्तालाप का आडियो क्लिक ओर तहसीलदार के मैसेज प्रस्तुत कर तहसीलदार सत्यनारायण सोनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।


पटवारी संघ द्वारा सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि तहसील नटेरन तहसील जिला विदिशा में तहसीलदार सत्यनारायण सोनी द्वारा म.प्र. शासन द्वारा दिए गए आदेश व पटवारी संघ भोपाल के आव्हान पर तहसील के पटवारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन के विपरीत जाकर नटेरन तहसील के पटवारियों को मानसिक प्रताड़ना व अभद्र व्यव्हार करते हुए अमानवीय तरीके से अवकाश के दिन कार्य करने हेतु मजबूर किया जो अत्यधिक निरंतर कार्य करने के दबाव को प्रदर्शित करता है। स्व. अंकित वधावन द्वारा तहसीलदार नटेरन को अवकाश के दिन अवकाश लेने हेतु निवेदन भी किया था जिसमें तहसीलदार श्री सोनी द्वारा अमानवीयता का परिचय देते हुए अस्वीकृत किया। जिससे मानसिक दबाव होने के कारण तहसील नटेरन से घर लौटते समय तहसील अध्यक्ष अंकित वधावन की आकस्मिक दुर्घटना में जान चली गई । उक्त भीषण दुर्घटना से सम्पूर्ण पटवारी वर्ग में रोष व्याप्त है, जिसके चलते म.प्र. पटवारी संघ जिला शाखा विदिशा द्वारा श्रीमान कलेक्टर महोदय जिला विदिशा को विरोध स्वरूप सम्बन्धित दोषी तहसीलदार के अमानवीय अभद्र व्यव्हार व मानसिक प्रताड़ना के विरुद्ध उचित कार्यवाही और FIR दर्ज कर दण्डात्मक कार्यवाही करने की मांग करते हुए ज्ञापन दिया है। जिसका हम सभी समर्थन करते है और मांग करते है की तत्काल दोषी तहसीलदार सत्यनारायण सोनी पर जल्द ही FIR दर्ज कर दण्डात्मक कार्यवाही हो और उक्त घटना की पुनरावृत्ति पूरे मध्यप्रदेश में ना हो।

ज्ञापन में कहा गया कि म.प्र. शासन के दिए गए आदेश व पटवारी संघ भोपाल के आव्हान पर तहसीलों में पटवारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन के अनुसार किसी भी पटवारी को अवकाश के दिनो में कार्य करने हेतु बाध्य नहीं किया जाये। उसे भी अन्य कर्मचारी की तरह अपने परिवार को समय देने का अधिकार है क्योकि वह भी मनुष्य है। म.प्र. शासन के दिए गए आदेश अवकाश के दिन कार्य नहीं करने का पालन सख्ती से कराया जावे। अगर कोई अधिकारी उक्त आदेश के विपरीत जाकर किसी पटवारी पर कार्य करने हेतु दबाव बनाता है और उससे किसी प्रकार की कोई भी दुर्घटना होती है तो सम्बंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय हो। उक्त मांग 3 दिवस में पूरी नहीं की गई तो मजबूरन म.प्र. पटवारी संघ भोपाल के निर्णय अनुसार आंदोलन हेतु बाध्य होना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी म.प्र. शासन और प्रशासन की होगी। इस अवसर पर सभी तहसीलों में काफी संख्या में पटवारी उपस्थित थे।

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